कुछ जगहों पर देखा गया है कि बहुत से स्त्री व पुरुष शारीरिक संबंधों को ही जीवन का आधार मान लेते हैं, वहीं कुछ स्त्री व पुरुष ऐसे भी होते हैं जो ज़रा ही किसी के प्रति भावुक हो जाने पर उनके साथ शारीरिक संबंधों के स्तर तक पहुंच जाते हैं। इस प्रकार उनके चरित्र व आत्मा की निरंतर हानि होती चली जाती है।
वहीं कुछ ऐसे भी पुरुष व महिलाएं होती हैं जिनके लिए किसी के साथ शारीरिक तौर पर जुड़ना एक बहुत ही संवेदनशील और गंभीर विषय होता है, यह लोग आसानी से किसी के साथ फिजिकल नहीं हो पाते। यह लोग रिश्तों को एक पवित्र स्थान पर रखते हैं व इनके लिए रिश्तों की नींव केवल शारीरिक संबंध नहीं होता बल्कि पहले मन से मन का जुड़ना होता है।
यदि महिलाओं की बात करें तो ऐसी महिलाएं सिर्फ उस ही पुरुष के साथ शारीरिक संबंध बना पाती हैं जिसे वह अपने पूरे मन और आत्मा से जीवनसाथी के समान दर्जा देती हो। जिन्हें वह एक ऊंचे स्थान पर रखती हों व सम्मान की दृष्टि से देखती हो। जिन्हें वो पूरी तरह अपने मन से स्वीकार कर चुकी हो, उन्हीं को यह अधिकार दे पाती हैं।
हालांकि कुछ लड़कियां या महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो किसी लड़के या पुरुष को पूरी तरह मन और आत्मा से अपना लेने के बाद भी कभी - कभी ऐसे संबंध बनाने में असहज महसूस करती हैं।
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